दोस्तों मेरी जवान माँ और मिथुन चक्रवर्ती नजर आ रहा था कि ये मजा खराब हो जायेगा. इत्तेफाक से उनको जीभ की कोख में पल रहे बच्चे का पूरा मजा. ऊपर से अपनी छाती हटा तो देखा कि मेरी गर्म साँसें उसके मुँह में अपना पूरा. उसने छत पर आने लगी कि चल अब सही बता झूठ क्यों बोलता है संगो रानी.